| 1. | माल बाबू की आँखो में मेरी विवशता पर आँसू आ गए।
|
| 2. | माल बाबू ने कहा-जिसके भय से पूरा इलाका थर्राता है।
|
| 3. | कुछ वर्षों बाद पला चला कि माल बाबू की भी हत्या हो गई।
|
| 4. | माल बाबू हँसे, बोले, एकदम ठीक, मैंने ठीक समझा था।
|
| 5. | मुझे बचते देख माल बाबू ने बुलाया सबसे परिचय कराया मुझे गुरु बताया।
|
| 6. | इसका सम्मान जनक राश्ता यह निकाला गया कि माल बाबू स्वयं संग्रहालय की मरम्मत कर सभा आयोजन कर विदा होंगे।
|
| 7. | पहुँचते ही अपना परिचय देकर शिक्षक का नाम बताया और कहा कि जो भी व्यक्ति माल बाबू हों पत्र प्राप्त कर लें।
|
| 8. | मैं फिर फेरे में पड़ा, मालबाबू फिर हँसे, बोले बाबा आज के पहले माल बाबू से कोई यह बात कह नहीं सका।
|
| 9. | माल बाबू अड्डा छोड़ दें, कारोबार छोड़ दें, रुतबा छोड़ दंे सचमुच मेरी लिए भी बड़ी बात है फिर भी वादा सो वादा।
|
| 10. | माल बाबू तो मान गए लेकिन जातिवादी रंग मे रंगे निदेशक श्री सीताराम जी को कुँवर सिंह, खटकते रहे क्योंकि वे उनकी जाति के नहीं थे।
|